माननीय मुख्य मंत्री झारखण्ड सरकार । माननीय कृषि एंव पशुपालन मंत्री झारखण्ड सरकार।
अजय कु० मिश्रा प्रदेश अध्यक्ष – पशुपालन विभाग में कार्यरत ए० आई० कर्मचारी की लंबित मांगों पर ध्यान आकृष्ट करने के संबंध
रुपलाल महतो प्रदेश सचेतक
वर्तमान सरकार के गठन काल से ही पशुपालन विभाग में कार्यरत लगभग 1600. ए० आई० कर्मचारी जिनके बल पर झारखण्ड में पशु की सेवा हो पा रही है। जवल्त मुदे पर पत्र धरना प्ररदर्शण, हड़ताल के माध्यम से ध्यान आकृष्ट किया जाता रहा है। माँगो को कई वार प्रकश्ति किया गाया परन्तु विभाग एंव सरकार मौन है। ज्ञातव है कि पशु सेवा के लिए आल्प चिकित्सक के सिवा कोई नियमित कर्मचारी नहीं है। ए० आई० कर्मचारी के बल पर ही A1, PD, CALVING, टीकाकरण, साथ साथ. आवशक्ता अनुसार इलाज भी करया जाता है। ए० आई० कर्मचारी पंचायत एंव प्रखण्ड स्तर पर सेन्टर के प्रमारी भी है। परन्तु न वेतन है। न निश्यित भता है। मानदेय 1500 रुपया मात्तिक है। प्रोत्सहन राशि नगण्यन है। न बीमा है न ही कोई चिकित्सा कि सुविधा है। पशु का वीमा कराया जाता है। परन्तु ए० आई० का वीमा कागजी तोर पर होता है। अतः सरकार के अंतिम कार्यकाल में इन चार सूत्री मांगों पर निम्ननकिंत आन्दोलत्मक कारवाई राज्य संघ के सामन्य परिषद ने निर्धारित किया है। चार सूत्री मांगों।
राजेश कुमार महतो प्रदेश महामंत्री
(1) ए० आई० कर्मचारी का न्युन्तम मजदुरी के आधार पर मानदेय निर्धारित हो। एंव 2019 से बकाया राशि भुगतान हो।
(2) पशुपालन विभाग में वर्षों से कार्यरत ए० आई० कर्मचारी की नियमावली तैयार कर
वरीयता सूची निर्गत किया जाय। (3) पशुपालन विभाग से तृतीय एंव चतुर्थ वर्ग के रिक्त पदों पर ए० आई० कर्मचारी
को वरीयता योग्यता के आधर पर नियमित किया जाय।
(4) वर्तमान मानदेय राशि, एंव प्रोत्सहन राशि, देय वीमा लाभ को स समय भुगतान व्यवस्था सरल करे। *संजय विश्वास के साथ अमित चौरसिया की रिपोर्ट*