इंसानियत का सबसे बड़ा दुश्मन अगर कोई है तो वह इंसान, खुद अपनी तरक्की के लिए इंसान किसी भी हद तक गुजर जाता है। वह यह नहीं सोचता है कि हमारे तरक्की के आगे कितनों का नुकसान होने वाला और कितने लोग परेशान होने वाले हैं, उससे उनकी क्या परेशानी बढ़ सकती है क्या वह मौत की मुंह में जा सकते हैं। यहां मैं बात कर रहा हूं स्काईलारक इंफ्रा इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की जो रोड कंस्ट्रक्शन कंपनी है और देवली में उसका प्लांट है और वह इस प्लांट के माध्यम से पूरे जनता जनार्दन को यह संदेश देना चाहते हैं कि हम जो करें वह कर सकते हैं गंदगी फैला सकते हैं पॉल्यूशन बढ़ा सकते हैं मैं सारे नियम को तक पर रखता हूं। मैं सिर्फ तरक्की करना चाहता हूं इंसानियत को बर्बाद करना चाहता हूं और वहां की जनता त्राहिमाम है। वहां की जनता जब हल्ला करती है तब एक-दो दिन के लिए प्लांट को बंद कर दिया जाता है मगर जैसे ही मामला शांत होता है प्लांट पुनः चालू हो जाता है और वही प्रदूषण पूरे माहौल को गमगीन कर रहा है और वहां की लोगों को बीमार कर रहा है लेकिन अब जनता धीरे-धीरे इतना आक्रोशित हो गया है कि अब प्लांट ही यहां से हट जाए या तो इसको ठीक करें एक सिस्टम में आए जो पॉल्यूशन का जो नाॅमस है उसको फॉलो करें अन्यथा यह प्लांट यहां से हटा दे। प्लांट के पी.एम. के कानों में जब यह खबर गई तब उन्होंने तत्काल संज्ञान लिया और कहा कि प्लांट को हम लोग शिफ्ट करने का प्लान करें लेकिन उससे पहले हम लोग इंजीनियर के माध्यम से उसका हम चेकअप जरूर करवाएंगे की आखिर इतना बड़ा पॉल्यूशन क्यों हुआ। प्रोजेक्ट मैनेजर आर एस शर्मा का कहना है कि हम लोग आप लोग के लिए ही काम करते हैं मगर तकनीकी खराबी के कारण यह समस्या पैदा हुआ है और हम इसे तुरंत ठीक करेंगे और हम लोग कोशिश में है कि प्लांट को दूसरी जगह शिफ्ट कर दे जहां पर इंसान को समस्या ना हो और परियोजना अधिकारी आर.एस.शर्मा जी देवली के जनता से असुविधा के लिए जनता से छमा भी मांगी।